25 हजार पदों पर चयन ही अधूरा, 72825, 29334, 15000 ,16448 व् उर्दू भर्तियों में खाली हैं 25000 पद

25 हजार पदों पर चयन ही अधूरा

धर्मेश अवस्थी, इलाहाबाद : सूबे की लंबित भर्तियों में चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटने के निर्देश हुए हैं। अन्य विभागों की तुलना में बेसिक शिक्षा परिषद में नियुक्तियों की तस्वीर बिल्कुल अलग है। पिछले तीन वर्षो में शिक्षकों की यहां नौ भर्ती प्रक्रिया शुरू हुईं। उनमें तीन लाख पांच हजार 457 नियुक्तियों के सापेक्ष दो लाख 79 हजार 530 नियुक्तियां भी हुईं, लेकिन अब भी 25 हजार 927 पद खाली हैं। यह पद सभी भर्तियों में अवशेष बचे हैं। इसमें कुछ विशेष आरक्षित वर्ग के हैं वहीं अधिकांश पद इसलिए खाली रह गए कि भर्ती का प्रकरण न्यायालय की चौखट लांघ गया। यह पद कब भरे जाएंगे और किसे नियुक्ति पत्र मिलेगा यह भविष्य के गर्भ में है।

प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 72825 शिक्षकों की भर्ती हो या उच्च प्राथमिक स्कूलों में 29334 शिक्षकों की भर्तियां। इनकी भर्ती प्रक्रिया शुरू हुए दो साल बीत रहे हैं अब तक यह पूरी नहीं हो सकी हैं। 72 हजार शिक्षक भर्ती में करीब आठ हजार तो 29 हजार भर्ती में लगभग चार हजार पद रिक्त हैं। नियुक्ति संबंधी विवाद होने पर इनके प्रकरण न्यायालयों में पहुंचे तो भर्ती जहां की तहां ठप हो गई। इसी तरह शिक्षा विभाग में उर्दू भर्ती, बीटीसी भर्ती व समय-समय पर शुरू होने वाले अन्य नियुक्तियों में तमाम पद रिक्त हैं। उनको भरने का न प्रयास हो रहा है और न ही किसी को इसकी चिंता है। अफसर यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि अधिकांश रिक्त पद विशेष आरक्षित वर्ग के हैं, जब इन पदों के लिए उस वर्ग के अभ्यर्थी नहीं आए हैं तो उन्हें कैसे भरा जाएगा।

नई नियुक्तियों में ही नहीं समायोजित शिक्षकों के प्रकरण में भी अभ्यर्थी छूटे हैं। प्राथमिक विद्यालयों में एक लाख 37 हजार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के रूप में समायोजित कर दिया गया है, लेकिन करीब 32 हजार शिक्षामित्र अब भी समायोजन की राह देख रहे हैं।

16645 भर्तियां जहां की तहां ठप : राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों के 6645 पदों पर भर्ती के लिए 29 अक्टूबर 2014 को शासनादेश जारी हुआ। इसमें युवाओं से मंडल स्तर पर आवेदन मांगे गए। एक ही अभ्यर्थी के कई मंडलों में आवेदन करने के कारण मेरिट सूचियों में लगातार बदलाव होता रहा। जिनका चयन हुआ उनमें से बड़ी संख्या में ऐसे भी थे जिनके अंकपत्र जांच में फर्जी मिले। लिहाजा 2100 पदों पर ही चयन हो पाया। अब शेष पदों पर नई नियमावली के तहत चयन किया जाएगा।

अभी चयन कार्य शुरू नहीं : अशासकीय माध्यमिक कालेजों के लिए माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड शिक्षकों का चयन कर रहा है। पिछले छह माह से सिर्फ 2013 का चयन चल रहा है, जबकि 2011 की चयन प्रक्रिया अभी शुरू होना शेष है। वहीं, टीजीटी-पीजीटी 2016 की परीक्षा तक अभी नहीं कराई जा सकी है

No comments

Welcome to Vuenol — your space to learn, explore, and grow with technology. Founded from a passion for simplifying digital learning, Vuenol blends technology, education, and practical tutorials to help readers make sense of the online world — in both Hindi and English.